धर्म

धर्म

अपने धर्म का सम्मान और दुसरो के धर्म की ,
निंदा करना किसी धर्म में नहीं बताया गया हैं I
Smarat Ashoka

खुश होना है तो

खुश होना है तो

खुश होना है तो तारीफ सुनिए और बेहतर होना है तो निंदा.
GOOD MORNING

दुखी करने वाले चीज़े

दुखी करने वाले चीज़े

दुखी करने वाले इन चार चीजो से दूर रहिये. आलोचना करना, शिकायत करना, निंदा करना और तुलना करना.